तकलीफ देने की कोशिश ना कर , की तेरी तकलीफ लौटा सकता हूँ ! गम दे पाना तो अब ते…
लिख दु किस्से तेरे होठों पर, तू कलम रखने की इज़ाज़त तो दे ! स्याही बने तेरे होठों…
तेरा होना भी तेरे न होने का एहसास दिलाता है ! तू ही बता मेरे जीवन के किस हिस्से …
मुझे इतनी फुर्सत कहाँ, की सावन की बारिश देखु ! तेरे चेहरे से नज़र हटे, तब तो ज़मान…
किसी के आंसू भी, किसी की प्यास बुझाते है ! ऐसे ही नहीं बादल, धरती पर बरस जाते …
निशाने की बड़ी पक्की थी वो, मेरा हर बार चूकता है । याद उसकी जब जब आती है, …
आंसुओ को भर के कलम में, ये पैगाम लिख डाला, बरसों से जो बसते है दिल मे, उन्हे…
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